कई बार होता है कि रात में अच्छी नींद लेने के बावजूद भी हमें सुबह काम करते समय आलस और सुस्ती आती हैं. जिसका असर हमारे काम पर भी पड़ता है. आलस और नींद आने कारण हैं काम में मन ना लगना. ऐसे में जरूरी है कि आप काम करते समय तरोताजा रहें l
छात्रों में आलसपन की समस्या बहुत ही आम बात है| अक्सर, पढ़ते समय ही स्टूडेंट्स को आलस आता है| आलस्य केवल छात्रों की पढ़ाई का ही नुक्सान नहीं करता बल्कि, इसके साथ-साथ शारीरिक व मानसिक तौर पर भी परेशानी होती है| हमने अक्सर सुना है कि अगर ज़िन्दगी में सफलता चाहिए तो आलस्य को त्याग दो, लेकिन ये सिर्फ कहना आसान लगता है और इसे करने में थोड़ी ज़्यादा मेहनत लगती है|
अपने आलस्य को कैसे पहचाने?
- पढ़ते समय नींद आना
- अपने काम को टालते रहना
- हर काम मुश्किल लगता है
- हर समय सुस्ती या थकान महसूस करना
- मानसिक तनाव
लोग अक्सर आलस को दूर भगाने के उपाय ढूंढते रहते हैं। आलस्य को दूर करने के कुछ उपाय।
सिर्फ 15 मिनट की एक्सरसाइज़ को अपनी डेली लाइफ में ज़रुर शामिल करें।
ज़्यादातर लोग अपने खाने में भारी चीज़ों का सेवन करते हैं। जिनमें फैट, शुगर और कार्बोहाइड्रेट अधिक मात्रा में शामिल होता है। यह आपकी बॉडी को बेहद सुस्त बना देते है। जिस कारण आप खुद को थका हुआ महसूस करते हैं। ऐसे में आपको हल्का खाना खाने की आदत डालनी चाहिए।
सोना शरीर के लिए बेहद ज़रुरी होता है। दिन भर के काम के बाद शरीर को रेस्ट देना ज़रुरी होता है। इसलिए अपने शरीर को आलस से दूर रखने के लिए समय पर सोएं।
लोग अक्सर आज के काम को कल के लिए टाल देते हैं। लेकिन यह आदत धीरे-धीरे एक लत बन जाती है। इसकी सबसे बड़ी वजह होती है आलस्य।
कई लोग आलस्य की वजह से अपने काम को बोझ मानने लगते हैं। ऐसा करने से उनका काम पूरी तरह से रुक जाता है। लेकिन अगर आपको अपना काम काफी बड़ा लग रहा है तो उससे मुंह ना मोड़ें बल्कि उसे करने की कोशिश करें।